जय जवान जय किसान कहते रहिये। सत्य अहिंसा के राह चलते रहिये। ये सीमा के प्रहरी जो सबको जगाते, देके अपने रक्त जान सबकी बचाते, हौसला सब मिल कर बढ़ाते रहिये। ये हिन्द के वासी हैं गुनगुनाते रहिये... जय जवान जय किसान कहते रहिये... श्रम जिनका है सेवा ,फल पाते हैं मेवा, खेतों की मेड़ों पे जो करते हैं कलेवा, वो सबके पेट भर के भी रहता किनारे, जिसकी है ज़िन्दगी है मौसम के सहारे ये बाढ़ ये आँधी सभी जो झेलता रहा, किस्मत के दीया-बाती में खेलता रहा, ऐसे देवता को नमन करते रहिये। उनके हित में भी आगे बढ़ते रहिये.. जय जवान जय किसान कहते रहिये... हम थे कँहा और कँहा जाएंगे अभी, ये कारवाँ हमारा रुकेगा ना कभी, जिसने हमें मानवता का पाठ पढ़ाया, जुल्म के आगे कभी ना झुकना सिखाया, होगी विजय अपनी वो दिन भी आएगा, सदभावना के 'प्रेम'पथ पे चलते रहिये। चरख़े की चक्र से निरन्तर बढ़ते रहिये.... जय जवान जय किसान कहते रहिये... 02.10.2019 महेंद्र ♏