मेरी हर बातो पर आे मुस्करा देती । में उन्हें हमेशा परेशान करता आे कभी बुरा नहीं मानती न जाने क्यों मेरी हर गलतियों को छिपाती। हम कभी अपनी बुक नहीं ले जाते ओ अपनी बुक हमें दे देती जब हम कभी उन्हें नहीं दिखे हमारे सारे दोस्तो से सिर्फ मेरी ही बाते करती उनकी निगाहें हमें ढूड़ती पर न जाने हम उन्हें नहीं समझ सके जब ओ दूर गई फिर हम समझ ओ हमारे लिए कितना कीमती थी