अंदाज़ सबको हूनर वफ़ादारी का आता नहीं, हर कोई दिल से रिश्ता निभाता नहीं। सब लोग फ़रेबी हैं! मैं यह नहीं कहता पर, किसी को किसी का भला रास आता नहीं। ख़ूद को समझने की कोशिश करो ज़रा, दूसरा आकर हमारी गलतियां बताता नहीं। #फ़रेबी