White मेरी आंखों की पुतली में तू बन कर प्रान समां जा रे जिससे कण कण में स्पंदन हो, मन में मलायानिल चंदन हो, करुणा का नव अभिनन्दन हो- वह जीवन गीत सुना जा रे! खिंच जाय अधर पर वह रेखा- जिसमें अंकित हों मधु लेखा, जिसको यह विश्व करे देखा, वह स्मिति का चित्र बना जा रे! -जयशंकर प्रसाद ©gudiya #love_shayari #Nojoto #Nojoto #nojotoquote #nojotohindi