यू ही हसीन वादियों में , दुपट्टा फैलाए खड़ी हो तुम। मदमस्त सुरीली हवाओं में , ना जाने कितनो को घायल करती हो तुम।। खुद तो हसीन वादियों में , दुपट्टा फैलाए खड़ी हो तुम। मदमस्त सुरीली हवाओं में , ना जाने कितनो को घायल करती हो तुम।। #हकीम #हसीनवादियाँ_qeh #हिन्दीशायरी #इंस्टाशायरी