जश्न-ए-आज़ादी (कैप्शन पढें) जश्न-ए-आज़ादी मना लो जश्न-ए-आज़ादी ये मेरे देश वासियों मगर भूलो नही उनको है जिनसे मिली ये आज़ादी। बांधकर कफ़न जो सर पर ले बैठे मौत से टक्कर दिया तोहफ़ा हमें फिर