आशिक़ों के तकिये को भिगोते अश्क। कौन कहता है ठंड का मज़ा नहीं है, भला मोहब्बत-सा नशा और किसी में कहाँ है।। ©Jitendra VIJAYSHRI Pandey "JEET " #जीतकीनादानकलमसे #कल्पना #ख़्याल #आशिक़ों #केदिलसे #4linepoetry