बस कुछ महिने और बचे है इस दोस्ती मे रुस्वाई और लड़ाई के बचे हुए इन लम्हो को ऐसे ही ना बीत जाने दो कुछ पल और साथ मे नयी यादें बन जाने दो हमे मालूम है सबकी जिंदगी मे काम रह्ता है लेकिन जब कभी फुर्शत मिलेगी मन मे यादो का सैलाब बहता है जिन्दगी बहुत छोटी दी है ऊपर वाले ने क्या पता जब तुम लौट कर आओ तो लोग ये ना कहे की वो अब चाँद सितारो मे रह्ता है। ~रोहित #for my #friend