जन्मा था संसार में भरने को अपने हिस्से की खाली जगह. भरता ही चला गया जन्म से मृत्यु के बीच की खाली जगह. भौतिकता में भरने और खाली करने में फर्क नहीं है ज़्यादा आप किसी को तभी भर सकेंगे जब खाली करेंगे किसी को परन्तु दिल की खाली जगह की न पूछो, कभी बिन बात भरती है तो कभी बात होकर भी नहीं भरती खाली जगह. लगाया दिल जिससे खालीपन को भरने को वो किसी और की होली, नहीं कुछ कहने को. प्यार जबसे करने लगा इंसानों से, तो बेहतर हूँ कहीं दिखती नहीं मुझे अब वह खाली जगह. ©Shiv Narayan Saxena खाली जगह.