सिर्फ आवाज़ हो तो कुछ केह भी सके, ये तो पुकार है ख़ुदा की, ये एहसास है रूह की , ये नींद है रात की, ये सुकु है दिल की, ये खिलखिलाहट है बच्चे की, ये हौसला है ज़िन्दगी की, ये आरती है मंदिर की, ये आवाज़ है हर ज़ुबां की, सब कुछ थम जाएगा जब आवाज़ ये हो, सब कुछ चल पड़ेगा जब आवाज़ ये हो, मै कोटि कोटि वंदन करता हूं और करता रहूंगा मां सरस्वती लता जी को, मै बहुत खुशनसीब हूं जो मुझे इस संसार में उन्हें सुन ने का अवसर प्राप्त हुआ,🙏🙏 "हरीश तन्हा" #हरीश तन्हा जन्मदिन मुबारक मां सरस्वती लता जी 🙏🙏🎂🎂