कुछ चंद लम्हे खुद के लिये चुरा लिया करता हूं ऐसे ही लम्हों में थोड़ा खुलके मुस्कुरा लिया करता हूं उलझता नहीं अब बेवजह में किसी से बस अब खुद से ही सवालों को सुलझा लिया करता हूं। मिलती नहीं फुर्सत, खुदसे ही। तो दरकिनार करके सबको , इक रास्ता समझदारी का अपना लिया करता हूं। -मौरिश नागर #secondquotebyme #hindipoetry