डेटिंग से किशोर जवां हो जाते हैं जवान समझदार और बुड्ढे किशोर हो जाते हैं। किशोरों की जेब खर्ची बढ़ जाती है जवान कमाने लगते हैं और बूड्ढे लुटने लगते हैं। भजन प्रण्य गीत बन जाता है क्रिकेट में विकेट ना दिखकर ग्लेमर ही ग्लेमर नजर आता है। राजनीति के गलियारों में कन्यादान का पुण्य मिल जाता है विदेशों में बैठे लोग भी रत्नों की अंगूठी व ग्लेमर की चकाचौंध के सहारे फिर चर्चा पा जाते हैं। हाय रे डेटिंग ये तेरा कैसा नशा जिसमें आम आदमी भी भूल जाता रास्ता और तेरे चक्र में हो जाता है होश फाख्ता।। ©Mohan Sardarshahari डेटिंग