तस्कीन न हो जिस पर वो ताज बदल डालो जो राज न रख पाए वो हमराज बदल डालो दुश्मन के इरादों को करना है अगर जाहिर तुम खेल वहीं खेलो बस अंदाज़ बदल डालो @ शैलेन्द्र यादव ###शैलेन्द्र यादव