कैसे भूलूं उन यादों को, तुम याद आते हो वक़्त-बे वक़्त, लम्हें जो साथ गुजारे, कैसे कटेंगे बिन तेरे अब, तनहाइयां ही हैं, चारों ओर कुछ तो सबब मिले, ज़िन्दगी फिर से जीनी है, अगर हमसफ़र तुमसा मिले, कैसे भूलूं उन यादों को, तुम याद आते हो वक़्त-बे वक़्त, लम्हें जो साथ गुजारे, कैसे कटेंगे बिन तेरे अब,