Childhood friend.. बहुत कम था सफ़र तुम्हारा.. अनगिनत बातें, बे-सिर-पैर की बातें, झक्की बातें..पकाऊं और उबाऊं बातें.. किंतु उनमें होता था एक हक , अपनापन.. सोचने बैठूं तो आंखों के कोरों से छलकता है पानी..और होंठों पे फैल जाती है फीकी सी मुस्कान.. भर उसे आगोश में ,जीत गई मौत हुआ अस्त उदय,न आयेगा कभी लौट.. 🙏🙏 सलाम तेरी जिंदादिली को.. #childhoodfriendship #दोस्ती🙏🙏 #नमन #उदय #तूलिका