वक्त ने अगर की होती साजिशें तो हम भूल भी जाते हर बातों को ,, यहाँ तो अपनों ने ही मोम से पत्थर हमें बना दिया ।। जलती थी मेरे हृदय में भी एक लौ सच्ची जज्बातों की ,, बार-बार जोरों की फूंक मार-मारकर उन्होंने ही उसे बुझा दिया ।। आखिर कब तक लड़ता दीया अकेले ही आंधी - तूफानों से,, जब उसमें भरा हुआ तेल हीसाथ उसका ना दिया ।। ©Alfaj. E.Chand. (Moon ) #feelings #nojotohindi #nojotoquotes #nojotonewshindi #hindi_poetry #hindinama #Artikri #shabdanchal