कभी तेरी बेरुखी , कभी जमाने की बन्दिशें रहीं , हम तो जैसे जीना ही भूल गये, ए ज़िन्दगी हमसे तेरी ऐसी रंजिशें रहीं .... तेरी रंजिशों का बोझ उठाये, अंजान मंजिल की तरफ चलते चले जा रहे हैँ, नाकाम तुझको मनाने की सब कोशिशें रही ......... जीना भूल गए... #जीनाभूलगए #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi