यें वक्त का तकाज़ा था , जो हमारे लिए पबादियां बन गईं !! वर्ना , हम तो खुलें आसमां के परिंदे हैं , हमें तो पंख फैलाएं उड़ने की आदत हैं ।। #वक्त़ #पाबंदियां #खुले_आकाश_में #परिदें