बड़ी छोटी सी, है ये ज़िन्दगी, इसमें कैसे गीले, कैसे शिकवे...... कुछ रिश्ते पुराने, रफू किये कुछ ताल्लुफ़,मैंने नए सिले..... और ये ज़िन्दगी युही चलती रही कभी रूठे हुई अपनों को मनाया तो कभी टूटे हुए रिश्तो को जोड़ा और ये कारवाँ यु चलता गया । कुछ छुटे ऐसे जो फिर कभी न जुड़े कुछ जुड़े ऐसे जो कभी न छुटे युही चलती रही ज़िन्दगी और बढ़ते रहे हम । #zindagi#nojotohindi# zindagi ki rahe