लगे रहो मेरे भाई -------------------------- ये जिंदगी हर दिन नए-नए इम्तिहान लेती है, पूरे दिन जद्दोजहद,शाम को परिणाम देती है । पास होने पर तुझे,इज्जत मिले या ना मिले , फेल हो गए अगर ,चर्चाएं तमाम देती हैं । बचना नामुमकिन है इससे,लगे रहो मेरे भाई , काम पूरा होते ही एक नया काम देती है।। पुष्पेन्द्र पंकज ©Pushpendra Pankaj #Sitaare लगे रहो मेरे भाई