वो तो सो से गए जिन्दगी में कहीं, अब खबर हमारी वो लेते नहीं, वक्त गुजारा था मैंने जिसके प्यार में, अब खबर हमारी वो लेते नहीं, चल पड़े चन्द कदम जो मेरे संग में, हमराह हमारी जो मंजिल बने, मोड़ आते ही वो राह बदलने लगे, यूं जन्मों का बंधन तोड़ चले, जो हमारे थे कभी गैर होने लगे, जीते जी हमें देख ये करने लगे, अब हमें देख वो मुस्कुराते नहीं, अब खबर हमारी वो लेते ......! अब खबर हमारी वो........!