तुम्हारा ह्रदय अंतिम पड़ाव था जहाँ सब कुछ ठहर गया था मेरा... और तुम कहते हो की भूल जाऊँ अब कोई घर का रास्ता भूल सकता हैं भला । #NIRMANNU । ©Manish Jaipal