ज़िंदगी की शुरूआत में, जो मेरे साथ था, बेहद खास था.. सो सकूँ मैं चैन की नींद, इसलिये था वो हर रात जागता.. हसीं इन लबों पर देखने की चाहत थी उसे, और मेरी आँख का एक भी आँसू, ना उसे बर्दाश्त था.. . वक़्त बदला, लोग बदले, पर अड़ा है वो आज भी, अपनी मोहब्बत पर.. पूछे मुझे हर शाम, रहता परेशान वो मेरी भूख को लेकर.. ख़ुद से भी पहले, सोचता वो मेरे बारे में, खुश है वो, ख़ुद से ज्यादा, मुझ में रहकर... कुछ भी नहीं, ये चाँद, सितारों का जहाँ .. कुछ भी नहीं, बेमतलब सा ये नीला आसमाँ.. कोई मतलब ही नहीं, मेरे ज़िन्दा होने का, अगर तू ना होती माँ.. @amit_vashisht_ #जानता हूँ, कह नहीं पाता, पर बहोत प्यार करता हूँ तुझसे माँ... #MothersDay Love_you_Mom..