घर की मर्यादा ने मर्यादा पर घातक वार किए। जो सुलक्षिणी सीता थी अब शूपर्णखा से रूप लिए।। ©कवि मनोज कुमार मंजू #घर #मर्यादा #सीता #शूपर्णखा #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #bekhudi