मै नहीं कोई मकान कच्चा मेरे अंदर शहर बसता है। हूं खामोश भले ही बाहर से मेरे अंदर शोर गूंजता है देख पल पल मुस्कान मेरी कश्मकश में ना कर खुद को इस मुस्कान में है ताकत मेरी अंदर उदास दिल धड़कता है मै हूं शांत हवा सी अभी मेरे अंदर भी तूफ़ान बहकता है मै नहीं कोई मकान कच्चा मेरे अंदर तो शहर बस्ता है। ~Gitika sharma #mera_shehar 🖤🔥#kavita #Gitikasharma #Follow