उठो महाशय! निद्रा त्यागो अब स्वप्नों के पीछे भागो भोर हुई सूरज उग आया तुम भी बदलो अपनी काया शुरू करो अपनी दिनचर्या बनाओ जीवन अपना बढ़िया महसूस करो उषा की रंगत हठ छोड़ो तुम बनो ना अंगद अब तो चित्त के पट तुम खोलो ख़ोलो आँखें हर-हर बोलो सब जागे अब तुम भी जागो उठो महाशय! निद्रा त्यागो ©KaushalAlmora उठो महाशय! #yqdidi #रोजकाडोजwithkaushalalmora #yqbaba #365days365quotes #newwallpapers #life #poetry #shayari