कुछ ख़्वाब थे मेरे जो तुझ संग मैंने जोड़े थे, साथ होंगे तो ज़िन्दगी बड़ी प्यारी होगी, कुछ तुमनें भी तो यही शब्द बोले थे। कुछ ख़्वाब थे मेरे जो तुझ संग मैंने जोड़े थे, रस्मों रिवाज़ो को तोड़ हमनें ये दिल के रिश्तें जोड़े थे। जितने पल तुम साथ रहे सच मानों वो पल बहुत थोड़े थे। कुछ ख़्वाब थे मेरे जो तुझ संग मैंने जोड़े थे। याद है मुझें तुमनें अपने गुस्से से न जाने कितने मोबाइल तोड़े थे, एक-एक पल में ख़ुशी देकर तुमनें मेरे लिए कितने ही पल जोड़े थे। कुछ ख़्वाब थे मेरे जो तुझ संग मैंने जोड़े थे। क्यों चले गए उस दुनियां में जहाँ चिट्ठी- तार जाते नहीं क्या इस दिन के लिए ही हमनें ख़्वाब - ख़्वाब जोड़े थे। कुछ ख़्वाब थे मेरे जो तुझ संग मैंने जोड़े थे। ©Pushpa Sharma #Cassette_मेरीक़लममेरेजज्बात_✍️____ #कुछ_ख़्वाब_थे #तुझ_संग_जोड़े #नोजोटोकविता