आरजू नही किसी को गिराने की, ये किरदार बनाया है किसने, शिकायत है देर से आता हूँ, ये वक़्त बनाया है किसने, जज्बात आँख से बहता है, जुबान को बनाया है किसने, रसूख है मेरे शहर में, ये सलाम बनाया है किसने, सब शिकायत करते है यँहा पर, ये जंहा बनाया है किसने, हरबंश, आवाज नही आती कुछ टूटने की, कमबख्त दिल बनाया है किसने, #हवाबदलीसीहै #बेहतरीन #बागी #विद्रोही #हरबंश आरजू नही किसी को गिराने की, ये किरदार बनाया है किसने, शिकायत है देर से आता हूँ, ये वक़्त बनाया है किसने, जज्बात आँख से बहता है, जुबान को बनाया है किसने,