नहीं देखा किसी ने, वो आँखों से निकलता सैलाब। वो टूटता हुआ ख्वाब। सिसकते हुए दिल की आवाज़। अनकहे सवालों के जो मिले जबाब। नहीं देखा किसी ने। वो पीछे मुड़-मुड़ के देखना। वो बिना आवाज़ की पुकार को सुनना। वो चुपचाप महफिल से निकलना। नहीं देखा किसी ने। कौन देखता है कि कोई किस हालत में है! #नहींदेखा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi