#Pain
अब बहुत सारा दुःख, दुःख जैसा नही लगता है। ऐसा लगता है कि कमरे में और समान आ गया है। अब परेशानी ये है कि इस दुःख वाले समान को रखा कहां जाए? क्योंकि कमरे में वैसे ही इतने समान है की.... बस पूछो मत। तुम्हारा गम तो पूरे तरह से फैला है, कुछ ना बन पाने का दुःख छोटी सी लाइब्रेरी में है, पैसे ना बचाने का दुःख तिज़ोरी में है, जिम्मेदारी का तनाव स्टडी टेबल पर और खुद से रूठे रेहना कमरे की हवा में है।
इतना सारा दुःख बढ़ गया है कि कमरे में चलना दूभर हो गया है। शायद जिंदगी में भी दुःख, हमें और हमारी चल #Life#always_smile11_15