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" जब दो लोग अपनी खुशी , मोहब्बत और रज़ामंदी के साथ

" जब दो लोग अपनी खुशी , मोहब्बत और रज़ामंदी के साथ बगैर शादी के सेक्स करते हैं तो उनके बच्चे नाजायज़ हो जाते हैं और शादी के बाद चाहे वो कितनी ही बेदिली , मानसिक घुटन में ये अमल अंजाम दें , उनके बच्चे जायज़ कहलाते हैं । " #myvoice " जब दो लोग अपनी खुशी , मोहब्बत और रज़ामंदी के साथ बगैर शादी के सेक्स करते हैं तो उनके बच्चे नाजायज़ हो जाते हैं और शादी के बाद चाहे वो कितनी ही बेदिली , मानसिक घुटन में ये अमल अंजाम दें , उनके बच्चे जायज़ कहलाते हैं । "
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