बिछड़ गया तो फिर , रिश्ता तेरी यादों से जोड़ूँगा मुझे ज़िद है , मैं जीने का कोई मौका न छोड़ूँगा मोहब्बत में तलब कैसी , वफ़ादारी की शर्ते क्या वो मेरा हो न हो , मैं तो उसी का हो के छोड़ूँगा ताल्लुक़ टूट जाने पर , जो मुश्किल में तुझे डाले मैं अपनी आँख में , ऐसा कोई आंसू ना छोड़ूँगा #anam