उसे ऐसे ही चाहता रहूँ मुझे और खुद से आशा क्या है, वही रहे बस जिंदगी मत पूछो कि मुझे जिज्ञासा क्या है, जब देखो तब इन नेत्रों में अश्क़ ही अश्क़... कोई जरा बताए कि सवेंदनाओ कि परिभाषा क्या हैं... #vipin_bahar