दुनिया वाले क्या जाने... संघर्ष किसी संघर्षशील का भार वहन कर चढ़ना नीचे गिर जाना चींटीं का तिनका-तिनका नीड़ बना हवा में उड़ जाना घर पंछी का रोपा बोया बालक-सा पाला बारिश में ख़त्म कृषक मेहनत का आज कमाना आज का खाना कल बीमार हो जाना ग़रीब का चारदीवारी से बाहर पहचान बनाना पर्दे में रहने वाली कोमल काया का दुनिया वाले क्या जाने संघर्ष किसी संघर्षशील का...! मुनेश शर्मा मेरी✍️🌈🌈🌈 #दुनियावाले #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi