तन्हाइयों का आलम दिल की तन्हाइयों का आलम न पूछो मुझसे मेरे सनम, कैसे गुजर रही है जिंदगी मेरी मुझसे ना पूछो मेरे बलम। बीतते पल के साथ बेचैनी और बेकरारी बढ़ती जाती है, तेरे साथ बिताए हर एक लम्हे की याद बहुत तड़पाती है। तेरे इंतजार की घड़ियांँ पल-पल लंबी ही होती जाती हैं, तेरे ख्यालों की खुमारी वक्त के साथ और बढ़ती जाती है तेरे बिन एक लम्हा भी गुजारना मुश्किल है जान लो तुम करवट बदल बदल कर अपनी सारी रातें बिताते हैं हम। चाहत की हद से ज्यादा"एक सोच"ने तुम्हें प्यार किया है, एतबार की हद से भी ज्यादा तुम पर एतबार किया है। #तन्हाइयोंकाआलम #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #KKPC19 #विशेषप्रतियोगिता