धर्मपरिवर्तन का ये कैसा बुखार, कर दिया मेरे हिंदुस्तान को तार-तार। अब तो जाग जा ए मेरे भाई, बहन बेटियों की हो रही है बुराई। इस्लामिक शक्ति हो रही है हावी, जो ला रहा है मेरे वतन मे खराबी। हिंदुस्तानी शक्ति मे क्यो हो गया खालीस्थान, अब तो जाग नागरिक-ए-हिंदुस्तान। धर्म के नाम पर धंधा चला है, इन्ही की बजह से ये जानलेवा कीड़ा पला है। अरे जागना होगा अपने वतन के खातिर, हरीफ का दिमाग बहुत शातिर।। वतन के लिए सत्कार भी करेंगे, वक्त आया तो प्रहार भी करेंगे,, इज्ज़त के बावजूद भी अंकुश नही लगा,, तो नरसिंह की तरह नरसंहार भी करेंगे,, जान देने की बात आई तो, शहीद-ए-आज़म की भांति हम भी भारत मा के चरणो मे पदार्पण करेंगे।। धर्मपरिवर्तन के खिलाफ आवाज़ उठाएंगे, नागरिक-ए-हिंदुस्तान अपनी शक्ति दिखाएगे, बहन बेटियों को सुरक्षा दिलाएगे, तिरंगा वतन का हर जगह लहराएगे। ©T India N RK T India N RK T India N RK