hkikt. बारिश की तरह धुदला गई है जिंदगी क्या हुआ क्या खबर हाथ से छूटती जा रही हैं जिंदगी नसीब की तो बाते छोड़ो जो लिख देता उपर वहीं करीब होता है ज़िन्दगी . ........ Dipika.. hkikt