यूंही तेरी गली में आना जाना होगा ना मिलने का कोई बहाना होगा लुटा देंगे कलेजे से कलेजा निकल के दुवाओं का ना कोई खजाना होगा बंजारा बन आयेंगे तेरा शहर को चूमने मेरे चांद तेरी रूह मेरा ठिकाना होगा क्या मांगू हर दफा तुझसे तुझे ही वाबस्ता मेरा मुझसे मुझे बताना होगा इक रोज़ खोल देंगे ये अरदास की डोरी तेरी नज़रों से क्यूं नज़रे चुराना होगा कुरेद के ना पूछो जालिम क्या दिया तुमने हिसाब आईने को बराबर बताना होगा अधूरी नज़्मों के पन्नों को जलाना होगा इक घरौंदे का तिनका बन बिखर जाना होगा लाना किसी रोज़ इन लबों की बारिश या बोसा सुकूं का मुझे चुराना होगा लकीरें जो मिली नहीं मिटाना होगा अंजलि! इन दरख़्तों खातिर तुम्हें सूरज लगाना होगा -Anjali Rai Thanq so much for memorising poke ....😎 Dear..... उज्वला शुक्ला🖤🥰 and Miss .Idli Sambhar👀❤️🥰 #अशेष_शून्य #yqdidi #yqbaba #yqsahitya #yqastheticthoughts #hindiurdupoetry