दूर जाना है तुझे मुझसे बेसक जा मेरी मौत की खबर तुझे मिलेगी भी नहीं खुश हो जा , न तेरे आंसू बर्बाद होंगे कभी गमों का एहसास तुझे , मेरे न होने का प्रमाण देगा फ़िक्र न कर , अतीत का कोई निशान भी नहीं.... तेरा मेरा मिलना बस इतेफाक ही तो था कहां कोई हमारी कहानी बन पाई लब्ज़ के लहज़े ने क्या करवट बदला जिंदगी सुखे पत्तों की भाति बिखर गई...... माना हमारे बीच किसी रिश्ते का अस्तित्व नहीं था लेकिन जुदाई का तौफा आंखों में छुपा भी तो नहीं पाई मोहब्बत - ए - निशान बदन पर साफ़ सबूत दे रहे थे महफ़िल में ख़ुद को बेकसूर साबित कर भी तो नहीं पाई........ _ ___________________😔😔 हम , हम न रहे क्या मुझे कभी याद कर पाओगे...... तेरे सीने में जो दिल है मेरा क्या दुनियां के सामने अपना नाम दे पाओगे ......