कम्बख्त उन सड़क छाप मजनूओं की, जलती बत्तियाँ अब बुझ चुक थीं, कि कोई आशिक इश्क के मैदां में अब, दिल से मोहब्बत कि चिराग जलानें वाला आ गया है, वो तो लापरवाही में खुद ही भूल चुके अपनी लैला को, और जान गए कि कोई सिर्फ उनकी ही नही, उनकी सहित पुरी दुनिया को, अपनी लैला बनानें वाला आ गया है....!! -Sp"रूपचन्द्र" #alllove