हडप रहे है धीरे-धीरे, तेरे शहर मेरे गाँवों को, जैसे महंगे जूतों ने ही, जख़्म दिया हो पाँवों को, कारखानों ने नदियों मे, इतना जहर घोल दिया है, जैसे इशारों में मछलियों को, पानी छोडने को बोल दिया है ।। #modernisation #village #city #yqbaba #yqdidi #hindi #hindipoetry #industrialisation