शर्मो हया के पर्दे सब हट से गये, अब ढ़र्रे मोहब्बत के बदले जाने लगे मोहब्बत भी अब मँहगी हुई, जब से इश्क़ के बाजार सजने सजाने लगे _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "हया" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको मैं अपने प्रोफाइल से testimonial करूंगा! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example: