वो आदमी था भीतर बाहर मुंह मारता ही रहा. वो औरत ठहरी चौथ पर चांद को अर्घ्य देती रही. #आदमी #औरत #कडवीसच्चाई मगर आंखों देखी #निशब्द #yqdeepfeelings #shameonsociety #tulikagarg