काल चक्र (दोहा छंद) *******************'** काल चक्र हैं कह रहा, मत कर नर अभिमान। पल में सब कुछ बदल दे,समय बड़ा बलवान ।। काल चक्र की चाल को, समझ सका है कौन। चाल काल की देख कर, मुख वाले भी मौन।। चाल काल की आज तक, रोक सका है कौन। करती पुकार द्रोपदी , धर्म रक्षक थे मौन।। ©Uma Vaishnav #morning #कालचक्र #MessageToTheWorld