मेरी जिंदगी भी पहले इस सूखे हुए गुलाब कि जैसी थी मिली जब से आप हमको तब हुई ये ख्वाब की जैसी है हमे नही पता कि पहले आपकी जिंदगी कैसी थी पर अब हमें लगता है कि आप भी बिल्कुल मेरी जैसी है जैसे नाम है आपका खुशबू वैसे है आप खुशबू जैसी है महक उठी है जिंदगी हमारी न जाने आपके मिलने की ये खुशी हमे कैसी है होती है जब बाते आपसे कैसे बताये की बेचैनी कैसी है तड़पती हैं मछली जैसे बिन पानी के आप के बेगैर अपनी हालत भी बिकुल वैसी है शगुन मौर्या खूबसूरत सी पंक्ति मिस खुशबू के लिये 💘💝💖💕❤️💗💜💚💛💙 ©shagun maurya my dear mami ji #Rose