कभी कोई याद आ जाये, देरी न रस्तों पर कोई दस्तक दे जाये, था मैं यहीं बस इतना कह जाये कैसा लगता है यार ... कुछ रुक सा जाये ॥ बार-बार दिल उन महखानो में जाये, कुछ अपने तो कुछ बेगाने से साये, कोई हो अपना जिसे फिर ढूँढें निगाहें, फिर खुद से कहना कि तू नजर न आये, कैसा लगता है यार... कुछ रुक सा जाये ॥ कभी फिर से कोई राग गुनगुनाना, कभी फिर से होठों का मुस्कुराना, कभी फिर से सपनों को सजाना, कभी फिर से घटा घनघोर आँखों का बरस जाना, बन के बारिश अब के थम न जाये, कैसा लगता है यार... कुछ रुक सा जाये ॥ #कुछअनछुएपहलू #gaurav_iit #Nojoto #nojotoquote #nojotopoetry #nojotophoto #nojotoLove #nojotoshayari #nojotonazm