इक़ उंस की ख़लिश है जो मेरी जुबां में मिलती है मैं जो कहता हूँ वो बस इतना कि तुमसे प्यार है ये तुम्हारे ज़ेहन का ख़लल है जो तुम्हें एतबार है . उंस : love प्रेम ख़लिश : चुभन pinch ज़ेहन : मन ख़लल : बाधा उंस