White मैं आसमान में ध्यान से देखता हूं, कोई आसरा, कोई धाम की आस से परे, पलकें बंद करके आसमान की छवि, सूरज देव तुम्हारे,से इतर दिन या रात का आसमान देखता हूं, कल्पना करता हूं - भगवान! लिखा है श्रीमद्भागवत महापुराण में, परमपुरुष, उसी की काया सम्पूर्ण सृष्टि, अलग क्या जैसे तन से हट भला क्या मनुष्य? वैसे ही भगवान में सब, आसमान में उसका हृदय, ऊपर उससे उसका मस्तिष्क, उससे ऊपर उसकी सोच, मेरी बावत भी कुछ रखता होगा वो। ©BANDHETIYA OFFICIAL #Sad_Status #परमात्मा परमपुरुष में सब सृष्टि! हनुमान चालीसा भक्ति भजन भक्ति सागर भक्ति सॉन्ग भक्ति रिंगटोन