किसी शहर में मुलाकात ना करके, ख्यालों में मिला करते हैं सामने बैठे हुए ना हो तो, ख्वाबों में देखा करते हैं मिले नहीं है अभी तक उस अंजान शख्सियत से पर जो महसूस करते हैं, वो दिल की कलम से लिख दिया करते हैं कलम की स्याही से रिश्ता जुड़ गया है इतना गहरा कि बेखौफ होकर दास्तान-ए-इश्क़ को ज़ाहिर कर दिया करते हैं ✍️ ✍️ By :-Dimple Panchal #dastaneishq