*टुटा हुआ विश्वास* *और छूटा हुआ बचपन,* *जिंदगी में कभी दुबारा वापस नहीं मिलता* !! *" नफरतों में क्या रखा हैं ..,* *मोहब्बत से जीना सीखो..,* *क्योकि* *ये दुनियाँ न तो हमारा घर हैं ...*